- 1 परिचय
- 2 शेयर बाज़ार कैसे काम करता है ?
- 3 शेयर मार्केट को किसने बनाया
- 4 शेयर बाज़ार मे पैसा लगाना चाहिए या नहीं ?
- 5 शेयर मार्केट में रोजाना 1000 Rs. कैसे कमाये?
- 5.1 शेयर बाजार में ज्यादातर लोगों का पैसा क्यों डूबता हैं?
- 5.2 शेयर मार्केट मे कब इन्वेस्ट करना चाहिए
- 5.3 मैं हमेशा शेयर मार्केट मे पैसा क्यूँ हारता हूँ
- 5.4 Question
- 5.5 भारत के शेयर बाजार को कौन नियंत्रित करता है?
- 5.6 विश्व का सबसे बड़ा शेयर बाजार कौन सा है?
- 5.7 शेयर बाजार का दूसरा नाम क्या है?
- 5.8 भारत में कुल कितने शेयर मार्केट हैं?
- 5.9 विश्व का सबसे महंगा शेयर कौन सा है?
परिचय
“शेयर मार्केट को कौन चलाता है?” – यह सवाल अक्सर नए निवेशकों और शेयर बाजार के बारे में जानने वालों के मन में उठता है। शेयर बाजार, अपने उतार-चढ़ाव के साथ, एक रहस्यमयी दुनिया की तरह लग सकता है, जिसे कुछ अदृश्य ताकतें नियंत्रित करती हैं। लेकिन वास्तव में, यह एक सुव्यवस्थित प्रणाली है, जिस पर कई खिलाड़ियों और कारकों का प्रभाव होता है। इस ब्लॉग में, हम जानेंगे कि शेयर बाजार को कौन चलाता है, यह कैसे काम करता है, और इसमें शामिल मुख्य खिलाड़ी कौन हैं। चाहे आप एक शुरुआती निवेशक हों या अनुभवी, यह गाइड आपको शेयर बाजार की गहराई तक ले जाएगी।
Share Market Ko Kon Chalata Hai?
दोस्तों आज हम जानेंगे की स्टॉक मार्केट को या फिर शेयर मार्केट को कौन चलाता है अक्सर आपके दिमाग में यह ख्याल कई बार आया होगा की स्टॉक मार्केट कौन चलाता है देखिए स्टॉक मार्केट हमारे ब्रोकर्स एक्स्चेंज और हमारी SEBI ये सभी मिलकर स्टॉक मार्केट को चलते है और को दो लोग चलाते हैं और स्टॉक मार्केट दो ही वजह चलती है पहले जो सबसे पावरफुल लोग होते हैं वह ऑपरेटर ऑपरेटर यह कोई गाड़ी मशीन के ओपरेटोर नहीं है ठीक है ऑपरेटर से उन लोगों को कहते हैं जिनके पास एक बहुत बड़ा फंड मैनेजमेंट होता है या बहुत बड़ा फंड होता है जिससे वह मार्केट को कंट्रोल करते हैं ठीक है
और दूसरे वह लोग होते हैं रिटेलर जैसे कि आप और मे देख जैसे किसी रेगिस्तान मेंआप पानी की दुकान खोल लेते हैं तो यह बिजनेस आपको बहुत लगता तो है और बहुत अच्छा है भीऔर चलना चाहिए भी क्योंकि रेगिस्तान में पानी की दुकान खोल लेना बहुत अच्छी बात है लेकिन वह दुकान तब चलती है जब वहां पर लोग आते हैं अगर रेगिस्तान में आपने दुकान खोल लिए पानी की और आप देख रहे हैं वहां पर कोई पानी पीने ही नहीं आ रहा है तो आपकी दुकान खोलने का क्या फायदा इसी तरह शेयर मार्केट में buyer और सेलर दोनों ही काम करते हैं
ऐसा नहीं है सिर्फ seller पॉजिटिव या ज्यादा ताकतवर हैं buyer भी ताकतवर होते हैं buyer के पास पैसा होता है लेकिन buyer के पास पैसा थोड़ा कम क्वांटिटी में पैसा होता है और saller के पास पैसा ज्यादा होता है
सिर्फ यही वजह है की ज्यादातर सेलर कोई मुनाफा होता हैऔर buyer बेचारा हर बार नुकसान में जाता रहता है क्योंकि buyer की एक सोच होती है अगर वह ₹10000 लगा रहा हैं तो वह सोचता हैं कि इस 10000 से कम से कम 5 या ₹3000 बन ही जाना चाहिएऔर वही सेलर माइंड सेट होता है अगर उसने ₹100000 लगाए हैं तो वह उस एक लाख पर सिर्फदो से तीन परसेंट ही बनना चाहता हैउसकी यही सोचउसको बड़ा करती हैऔर buyer यही सोच buyer छोटा करती है
नियामक संस्थाएं
भारत में, सेबी (SEBI – Securities and Exchange Board of India) शेयर बाजार का मुख्य नियामक है। सेबी यह सुनिश्चित करता है कि बाजार पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से काम करे। यह कंपनियों, दलालों और अन्य बाजार प्रतिभागियों के लिए नियम बनाता है।स्टॉक एक्सचेंज
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) जैसे स्टॉक एक्सचेंज शेयरों की खरीद-बिक्री के लिए मंच प्रदान करते हैं। ये लेन-देन को सुचारू रूप से संचालित करते हैं।दलाल और डिपॉजिटरी प्रतिभागी
दलाल (ब्रोकर) निवेशकों और स्टॉक एक्सचेंज के बीच मध्यस्थ का काम करते हैं। वे निवेशकों की ओर से ट्रेडिंग करते हैं। डिपॉजिटरी प्रतिभागी, जैसे NSDL और CDSL, शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक रूप में रखते हैं, जिससे ट्रेडिंग आसान हो जाती है।निवेशक
निवेशक, चाहे वे रिटेल निवेशक हों या संस्थागत निवेशक, शेयर बाजार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। रिटेल निवेशक आम लोग होते हैं, जबकि संस्थागत निवेशकों में म्यूचुअल फंड, बीमा कंपनियां और विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) शामिल होते हैं। उनकी खरीद-बिक्री की गतिविधियां शेयरों की कीमतों को प्रभावित करती हैं।कंपनियां
सूचीबद्ध कंपनियां शेयर बाजार की रीढ़ होती हैं। वे पूंजी जुटाने के लिए शेयर जारी करती हैं और अपने वित्तीय प्रदर्शन के बारे में जानकारी साझा करती हैं, जो उनके शेयरों की कीमतों को प्रभावित करती है।सरकार और आर्थिक नीतियां
सरकार की नीतियां, जैसे ब्याज दरों में बदलाव, कराधान और आर्थिक सुधार, शेयर बाजार को प्रभावित कर सकती हैं। उदाहरण के लिए, कॉर्पोरेट टैक्स दरों में कमी निवेशकों के विश्वास को बढ़ा सकती है और बाजार को गति दे सकती है।
शेयर बाज़ार कैसे काम करता है ?
दोस्तों हम इस टॉपिक में जानेंगे की शेयर बाजार किस तरह से काम करता है या फिर और स्टॉक मार्केट या फिर इक्विटी मार्केट किस तरह से काम करते हैं शेयर मार्केट में स्टॉक खरीदे और बेचे जाते है अगर आप किसी कंपनी के स्टॉक को खरीद रहे हैं तो आप उस कंपनी मेंअपनी कुछ परसेंट हिस्सेदारी बना रहे हैं और फ्यूचर में उसे कंपनी को जो भी फायदा होता है उस फायदे मे से कंपनी कुछ परसेंट आपको भी देती है और फ्यूचर में जो भी कंपनी को नुकसान होता है उस नुकसान का कुछ परसेंटआपके खरीदे गए स्टॉक पर भी पड़ता है
यानी कीअगर कंपनी को फायदा होगा तो हमें भी होगा फायदा होगा और अगर कंपनी को नुकसान होता है तो हमें भी नुकसान होगा ठीक इस तरह से ही स्टॉक मार्केट काम करता है
शेयर मार्केट को किसने बनाया
शेयर मार्केट की शुरुआत आज से करीब 400 साल वर्ष पहले हुई थी लगभग 1600 ई में डच इंडिया कंपनी जैसे ब्रिटिश इंडिया कंपनी थी वैसे डच इंडिया कंपनी ने एक तरह से शेयर मार्केट की शुरुआत की थी उसे जमाने में लोगपानी के जहाज के द्वारा -नई जगह को एक्सप्लोर करते थे उसे समय में पूरे दुनिया के नक्शे की खोज नहीं हुई थी तो तो जो डच कंपनी थी वह अपने जहाजो कोदूर-दूर जगह पर एक्सप्लोर करने के लिए भेजती थी जिस पर बहुत ज्यादा पैसा खर्च होता था तो डच कंपनीने एक प्रोग्राम निकला लोगों का कहा आप हमारे जहाजो में पैसा लगाओ
और जो हमारे जहाज व्यापार करके आएंगे या जो खजाना ले कर जो भी सामान ले कर आएंगे उसमें से जो भी प्रॉफिट होगा उसे प्रॉफिट में से कुछ हिस्सा आप लोगों को मिलेगा तो तब 1600 ई मैं मैं इस तरह सेशेयर मार्केट की शुरुआत हुई थी लेकिन इस प्रोग्राम में भी बहुत ज्यादा रिस्क था ज्यादातर जहाज वापस नहीं आते थे या कुछ लूट लिए जाते थे या फिर कुछ पानी में ही डूब जाते थे तो कंपनी ने सोचा क्यों ना एक जहाज के अलावा कई जहाजों पर पैसा लगाया जाए और यह बिजनेस उनका कामयाब भी हुआ
अब इस तरह कंपनी ने कई जहाजों पर पैसा लगवाना शुरू किया और वह पानी के जहाज अलग-अलग देश में जाकर व्यापार करतेऔर जो व्यापार से जो फायदा होता वह लोगों में बटने लगा और देखते ही देखते डच कंपनी ने काफी मोटा पैसा कमाया

शेयर बाज़ार मे पैसा लगाना चाहिए या नहीं ?
शेयर मार्केट में पैसा लगाना सही समझ के साथ फायदेमंद होता हैऔर यह सही भी हैज्यादातर लोगों के पास पैसा तो होता है और वह इस पैसे कोऔर बढ़ाना भी चाहते हैं और उनकादिमाग भी कहता है की स्टॉक मार्केट में पैसा लगाना चाहिए लेकिन ज्यादातर लोगों को स्टॉक मार्केट की समझ नहीं होती है या फिरवह किसी एडवाइजर के कहने सेअपना पैसा स्टॉक मार्केट में लगा देते हैं या फिर शेयर मार्केट में लगाते हैंऔर यही वजह होती हैउनके पैसेके डूबने कीवह बिना जानकारी के किसी भी कंपनी में किसी के भी कहने पर अपनी मेहनत की कमाई को शेयर मार्केट में लगा देते हैं जिससे उनको नुकसान होता है
उनकी मेहनत की कमाई सब बर्बाद हो जाती है लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्होंनेअपने पैसे को शेयर मार्केट से कई गुना कमाया है वह भी शेयर मार्केट में पहले सीखते हैं मार्केट को समझते हैं तब वह अपनी कमाई स्टॉक मार्केट में लगाते हैं तो आप कभी भी अपना पैसा शेयर मार्केट मे बिना जानकारी या बिना समझ के ना लगाए

शेयर मार्केट में रोजाना 1000 Rs. कैसे कमाये?
शेयर मार्केट से आपआप रोजाना 1000 तो क्या10000 भी कमा सकते हो लेकिन पहले आप यह तय करो कि आप 1000 कितने रुपए लगाकर कमाना चाहते हो क्योंकि ज्यादातर लोग शेयर मार्केट में कमाने का मतलब है सिंपल सा ट्रेडिंग करनाऔर ज्यादातर लोग ऑप्शन ट्रेडिंग ही करते हैं कुछ लोग एक्सपायरी पर करते हैं और कुछ लोग रोज ही करते हैं लेकिन सबकाअपना-अपना फंडा है कुछ लोग एक लाख लगाकर के 5000 भी कमाना चाहते हैं और कुछ लोग 5000 लगा करके 2000 कमाना चाहते हैं यह आपके ऊपर तय है कि आप कितने पैसे लगाकर के ऑप्शन ट्रेडिंग में कितना कमाना चाहते हो
लेकिन मेरा मानना है अगर आपको ₹1000 रोज कमाना है स्टॉक मार्केट से तो मिनिमम आपके पास 30 से 40000 का फंड होना बहुत जरूरी है अगर आप अपने कैपिटल का 5 से 7% भी ऑप्शन ट्रेडिंग से निकाल रहे हैं तो यह बहुत ही अच्छा माना जाता है और इतना ही काफी है अगर आप ज्यादा के चक्कर में रहेंगे तो आपकी कैपिटल भी खत्म हो जाएगीऔर आपको 1000 में नहीं मिल पाएंगे हमेशा स्टॉक मार्केट से थोड़ा-थोड़ा करके कमाना चाहिए इस तरह से आप बहुत आसानी से1000 से ₹1500 रुपए कमा सकते हो
शेयर बाजार में ज्यादातर लोगों का पैसा क्यों डूबता हैं?
शेयर बाजार में ज्यादातर लोगों का पैसा डूबने का मैन कारण यह है कि वह बिना किसी जानकारी के लोगों से सुनकर किसी भी कंपनी में इन्वेस्ट कर देते हैं ना ही तो उनको यह मालूम होता है इस कंपनी में प्रमोटर्स की होल्डिंग कितने पर्सेंट है नहीं उन्हें यह पता होता है कि इस कंपनी पर कितना कर्ज है ना ही उनको यह मालूम होता है इस कंपनी का रेवेन्यू कितना है और यह कंपनी कितना प्रॉफिट कमा रही है या फिर नुकसान कर रही है और ना ही उन लोगों को कंपनी के असेट्स के बारे में पता होता है की कंपनी के कितने करोड़ कै असेट्स हैं और भी बहुत सी जानकारी हैं
जो हमें किसी भी कंपनी में इन्वेस्ट करने से पहले देख लेनी चाहिएऔर सबसे बड़ा कारण है शेयर मार्केट में लोगों का पैसा डूबने की कि वह लोग जल्दी अमीर बनने के चक्कर में ऑप्शन ट्रेडिंग करने लगते हैं देखिए जितना आसान इन्वेस्ट करना होता है शेयर मार्केट में उससे कहीं ज्यादा डिफिकल्ट शेयर मार्केट में ऑप्शन ट्रेडिंग होती है जिसमें आप एक लाख तो क्या 10 लाख भी आप सिर्फ 10 मिनट में ही गंवा सकते हैं अगर आपको ऑप्शन ट्रेडिंग की अच्छी जानकारी है अच्छी समझ है तो ही आप ऑप्शन ट्रेडिंग करें लेकिन ऐसा लोग नहीं करते हैं
वह सिर्फ कुछ दो-चार वीडियो या फिर कुछ लोगों के प्रॉफिट के स्क्रीनशॉट देख करके ऑप्शन ट्रेडिंग में कूद जाते हैंऔर वहां पर उनको जितना उन्होंने सीखा है उसके आधार पर उनको कुछ प्रॉफिट भी होता है लेकिन वह उस प्रॉफिट से खुश नहीं होते हैं क्योंकि उन्होंने बाकी लोगों के बड़े अमाउंट के स्क्रीनशॉट देख लिए होते हैं जिसमें से कुछ स्क्रीनशॉ तो फर्जी होते हैंऔर जो रियल के स्क्रीनशॉट होते हैंआप को उनका कैपिटल भी देखनाचाहिए औरउनकी मेहनत देखना कि वह कितने टाइम से स्टॉक मार्केट में अपना समय दे रहे हैं देखिए ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं है जिसने स्टॉक मार्केट में नुकसान न उठाया हो
कुछ लोग नुकसान होने के बाद स्टॉक मार्केट को छोड़ देते हैं लेकिन कुछ लोग नुकसान होने के बाद उस नुकसान से सीखते हैं और आगे बढ़ते हैं स्टॉक मार्केट में कभी भी आप रातों-रात अमीर नहीं बन सकते इसके लिए आपके पास सब्र होना चाहिए और जो सबसे जरूरी है वह नॉलेज जिसके बिना आप शेयर मार्केट में किसी भी तरह की इन्वेस्टमेंट या ट्रेडिंग ना ही कर तो अच्छा है यही वह कारण है जिसकी वजह से लोग स्टॉक मार्केट में अपना पैसा डूबा देते हैं और बाद में बोलते हैं शेयर मार्केट जुआ है जबकि शेयर मार्केट को लोग जुए की तरह खेलते हैं इसलिए लोगों को वह जुआ लगता है
और कुछ लोग शेयर मार्केट में अपना धंधा करने आते हैं अपना व्यापार करने आते हैं और जो उनको डेली अपने व्यापार से जो भी पैसा मिलता है उसे लेकर वह अपने वापस घर चले जाते हैं लेकिन कुछ लोग मिलने के बाद भी स्क्रीन पर लगे रहते हैं ताकि जो उन्हें मिला है उससे और ज्यादा उन्हें दोबारा मिल जाए लेकिन ऐसा हर बार नहीं होता है अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग में कुछ पैसे कमा लेते हैं तो आप स्क्रीन बंद कीजिए और अगले दिन का इंतजार कीजिए तभी आप शेयर मार्केट से पैसा कमा पाएंगे और सफल हो सकते है और भी बहुत सारे कारण है जिससे लोगअपनी मेहनत की कमाई को शेयर मार्केट में गंवा देते हैं

शेयर मार्केट मे कब इन्वेस्ट करना चाहिए
शेयर मार्केट में वैसे तो आप कभी भी इन्वेस्ट कर सकते हैं और करना चाहिए भी अगर आप शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करना चाहते हैं तो और आपको कुछ ज्यादा शेयर मार्केट के बारे में नॉलेज नहीं है तो आप निफ्टी 50 के ETF में इन्वेस्ट कर सकते हैं यह बहुत कम रिस्की होता है निफ्टी 50 के अंतर्गत इंडिया की टॉप 50 कंपनी परफॉर्म करती हैं अगरआज का मैं निफ्टी 50 ETF के प्राइस की बात करूं तो निफ़्टी का प्राइस तकरीबन ₹260 के आसपास चल रहा है और यह लास्ट नवंबर में 298 का भी हाइ मार के आया हुआ है निफ्टी 50 के ETF में इन्वेस्ट करके आप चिंता मुक्त हो सकते हैं
इसके अलावा अगर आपको इन्वेस्ट करना है तो आप बहुत सारे म्युचुअल फंड है जिसमें आप एक SIP के तौर पर मतलब हर महीने अपनी बचत 20% इन्वेस्ट कर सकते हैं और वैसे अभी फिलहाल मार्केट में इन्वेस्ट करने का बहुत ही अच्छा मौका है क्योंकि आप आप एक बात का ख्याल हमेशा रखना जब भी मार्केटअपने हाइ पर हो तो हमें थोड़ा कम इन्वेस्ट करना चाहिए और जब मार्केट अपने हाई को तोड़कर दो ढाई परसेंट नीचे आ जाए तो तब हमें अपना इन्वेस्टमेंट बढ़ा देना चाहि एयही मार्केट का फंडा है अगर आप इस तरीके से इन्वेस्ट करते हैं
तो आप कुछ साल में ही देखेंगे की आपका पोर्टफोलियो आपके इन्वेस्टमेंट पर दो या तीन गुना रिटर्न दे देगा शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने केऔर भी बहुत तरीके हैं और कर भी सकते हैं जैसे कि सिल्वर में गोल्ड में अलग-अलग स्टॉक में बॉन्ड में यह वह तरीके हैं जिससे हम शेयर मार्केट में समय के अनुसार इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं

मैं हमेशा शेयर मार्केट मे पैसा क्यूँ हारता हूँ
देखिए सबसे पहले तो शेयर मार्केट में आपके साथ नहीं सभी के साथ यही दिक्कत होती है कि वह शुरुआत में शेयर मार्केट में इसलिए आते हैं ताकि वह कुछ एक्स्ट्रा पैसे शेयर मार्केट से कमा सके लेकिन होता है इसका उल्टा है ज्यादातर लोग स्टॉक मार्केट में अपनी मेहनत की कमाई को गवा देते हैं उसका में रीजन एक है कि वह लोग बिना किसी जानकारी के बिना किसी ज्ञान केअपने आप या फिर किसी के कहने पर शेयर मार्केट में पैसा लगा देते हैं और वह पैसा उनका डूब जाता है लेकिन मैं मानता हूं आप शेयर मार्केट में कैसे भी शेयर में इन्वेस्ट कीजिए
लेकिन वह पैसा आपका हंड्रेड परसेंट नहीं डूबेगा उसका कुछ 60% ही डूबता है लेकिन ज्यादातर लोग आजकल शेयर मार्केट में ऑप्शन ट्रेडिंग ज्यादा करते हैं ऑप्शन ट्रेडिंग इतनी ज्यादा रिस्की होती है कि आप इसके अंदर ₹100000 सिर्फ1 मिनट के अंदर गंवा सकते हैंऔर वही अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग को अच्छी तरह से जानकर समझ कर करते हैं तोआप ₹100000 डेली भी बहुत आराम से शेयर मार्केट से निकाल सकते हैं लेकिन ज्यादातर लोग ऑप्शन ट्रेडिंग में 5000, 10000 से शुरुआत करते हैं और उनका वह पैसा शेयर मार्केट में डूब जाता है लोगों को ज्यादा लॉस तभी होता है
जब वह अपने डूबे हुए पैसे को वापस रिकवर करने के लिए शेयर मार्केट में और पैसा डालते हैं और फिर वह पैसा भी उनका डूब जाता है और फिर उनका दिमाग काम नहीं करता है और वह उसे को पैसे को दोबारा से रिकवर करने के लिए मार्केट में फिर एक बार अपनी मेहनत की कमाई को डाल देते हैं और फिर एक बार वह उनका पैसा ऑप्शन ट्रेडिंग में डूब जाता है देखिए ऑप्शन ट्रेडिंग जितनी रिस्की है उतना इसमें बहुत जल्दी फायदा भी होता है लेकिन आप और हम बिना किसी समझ के ऑप्शन ट्रेडिंग को करने लगते हैंआप अगर ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसा कमाना चाहते हैं
तोआप कम से कम1 साल मार्केट को समझने में दीजिए ताकि आप ऑप्शन ट्रेडिंग को समझ सकेऔर फिर आराम से आप ऑप्शन ट्रेडिंग में 5 से 10000 रुपए कमा सकते हैं कोई भी काम करने से पहले उसको सिखाना बहुत जरूरी होता है यही सिख हमें शेयर मार्केट हर बार सिखाती है मेरी यही राय है आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के अच्छा है आप सबसे पहले इन्वेस्ट कीजिए ताकि आपका इन्वेस्ट कई गुना हो सके और आपको अच्छे रिटर्न मिले वह ट्रेडिंग से बहुत अच्छा होता है
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Question
Answer
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भारत के शेयर बाजार को कौन नियंत्रित करता है?
Answer-भारत में सेबी स्टॉक एक्सचेंज को नियंत्रित करती है. भारत में दो प्रमुख स्टॉक मार्केट हैं- NSE, भारत का नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और BSE, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज. शेयर मार्केट एक संगठित, विनियमित और केंद्रीकृत फोरम है जो निवेशकों और कंपनियों को एक साथ लाता है.
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विश्व का सबसे बड़ा शेयर बाजार कौन सा है?
1949 में इसका नाम बदलकर जापान एक्सचेंज ग्रुप कर दिया गया और अब इसे इसके मालिक के नाम से जाना जाता है। यह समूह 2013 में ओसाका सिक्योरिटीज स्टॉक एक्सचेंज और TSE के बीच विलय में बना था। टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज अब लंदन स्टॉक एक्सचेंज सहित दुनिया भर के अन्य एक्सचेंजों के साथ साझेदारी करता है।
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शेयर बाजार का दूसरा नाम क्या है?
एक बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज है, जिसे बीएसई के रूप में संक्षिप्त किया गया है, जबकि दूसरा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज है, जिसे एनएसई भी कहा जाता है। ये भारत के दो सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज हैं और एशिया के सबसे बड़े, जापान, चीन और हांगकांग के बाद सबसे बड़े हैं।
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भारत में कुल कितने शेयर मार्केट हैं?
भारत में SEBI द्वारा मान्यता प्राप्त 23 स्टॉक एक्सचेंज हैं। इनमें दो BSE और NSE के राष्ट्रीय स्तर के स्टॉक एक्सचेंज हैं। इसके अलावा 21 रीजनल स्टॉक एक्सचेंज यानी RSE हैं
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विश्व का सबसे महंगा शेयर कौन सा है?
यह दुनिया का सबसे महंगा शेयर है. यह इतना महंगा है कि बर्कशायर को तुलनात्मक रूप से सस्ते शेयर बाजार में उतारने पड़े

बलराम कुमार
2020 से स्टॉक मार्केट में निवेशक और ट्रेडर
ब्लॉग: बलराममार्केट.कॉम
“स्टॉक मार्केट में सही जानकारी और सही निर्णय के साथ, हर कोई अपने निवेश से बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकता है। मैंने 2020 से स्टॉक मार्केट में निवेश की शुरुआत की और तब से लगातार सीखने और अनुभव के माध्यम से सफल ट्रेडिंग कर रहा हूं। अपने ब्लॉग के माध्यम से, मैं अपने पाठकों को मार्केट की समझ और सही निवेश के लिए जरूरी जानकारी प्रदान करता हूं।”